
पहली नजर में ही उनकी तस्वीर दिल में उतर गई ,
अब तो इश्क की सुरुआत जो हो गई !
मेरे गुलाबो को उनकी किताबो में जगह मिल गई ,
अब तो ये उनकी इजहारे मोहब्बत की अदा हो गई !
जिन राहो से तनहा गुजरते थे उनसे तन्हाई खो गई ,
अब तो ता उम्र साथ रहने की जुर्रत जो हो गई !
चलते चलते साथ में कई ख्वाहिसे जी गई ,
अब तो ख्वाबो में भी मिलने की इजाजत मिल गई !
हर जगह वो हमें दिखने लगे ये तो दीवानगी हो गई ,
अब तो फुर्सतो में भी मशरूफियत हो गई !
एक सुबह से शाम हो गई और वो हमे मिलना भूल गई ,
अब तो इंतजार की हद हो गई !
कई राते कई दिन गुजर गए कही वो बेवफा तो नहीं हो गई ,
अब तो दिल टूटना था कुछ खबर ऐसी मिल गई !
दुनिया की रिवायतो को निभाते हुए वो किसी और की हो गई ,
अब तो समझ अ गया क्यों ज़ारा वीर से जुदा हो गई !
वीर ज़ारा की तरह हमारी दास्ताँ भी सिर्फ अल्फाजो में सिमटी रह गई ,
अब तो सिर्फ कहानिया है सच्ची मोहब्बते जो ख़तम हो गई !!!
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