
मोहब्बत के एहसास हैं
जब से मिला तुम्हारा साथ
हसरत यूँ संग जीने की
अब इरादों में बदलने लगी है
दिल तो तुम्हारा हो गया था
ये धड़कने भी बेकाबू हैं
हमेशा तुम ही नजरो में हो
मेरी यादों में रहने लगी हो
साँसों में खुसबू है तुम्हारी
तुम से जुड़े कुछ अरमान हैं
रूहानियत है या पाक मोहब्बत
जो भी है सिर्फ तुमसे है
हाँ ! मुझे तुम से मोहब्बत है
कह दो की ये हकीकत है
गर जो ये सिर्फ ख्वाब है
तो मुझे इसी बेखुदी में रहने दो
तुम साथ हो , इसी आरजू में जीने दो
आज़म खान
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