Saturday, February 12, 2011

AARJOO



मोहब्बत के एहसास हैं

जब से मिला तुम्हारा साथ

हसरत यूँ संग जीने की

अब इरादों में बदलने लगी है

दिल तो तुम्हारा हो गया था

ये धड़कने भी बेकाबू हैं

हमेशा तुम ही नजरो में हो

मेरी यादों में रहने लगी हो

साँसों में खुसबू है तुम्हारी

तुम से जुड़े कुछ अरमान हैं

रूहानियत है या पाक मोहब्बत

जो भी है सिर्फ तुमसे है

हाँ ! मुझे तुम से मोहब्बत है

कह दो की ये हकीकत है

गर जो ये सिर्फ ख्वाब है

तो मुझे इसी बेखुदी में रहने दो

तुम साथ हो , इसी आरजू में जीने दो

आज़म खान

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