Wednesday, January 4, 2012



हो  साफ  जिसका  दामन  ,
करे  बात  तरक्की  की ,
वोटर  अब  चाहे  जीत  उसी  की  !

  हाथ  पर  यकीं  करना 
  मनमानी करते  हाथी  पर 
  सालों  से  खड़ी  साइकिल  पर 
और    ही  बदरंग  होते  कमाल  पर 
सबको  अंगूठा  दिखाना  इसबार 
लेकिन  वोट  देना  सिर्फ  उधार  !

तरक्की  हक़  से  लेना  करना    गुहार 
स्कूल,  सड़क,  अनाज,  सब  लेना 
वोट  के  बदले  नोट    लेना 
नौकरी  के  खोखले  वादे  नहीं 
आरक्षण  का  धोखा  नहीं 
अब  किसी  बेईमान  से  सरोकार  नहीं 
दागियों  की  जगह  सरकार  में  नहीं  !

आजमा रहा  सालों से किस्मत  वोटर , है  सोया  नहीं 
UP विकास  की  पटरी  पर  धीमा  है , पिछड़ा  नहीं !
                              -आज़म खान 

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