Monday, August 22, 2011

ये चिट्ठी अन्नाजी तक पहुंचा दो !


परनाम अन्नाजी,
हम सुने हैं की अप भूख हड़ताल कर रहे हैं कोई कानून पास कराइ के खातिर I जब आप अपने दल के साथ रामलीला मैंदान जा राहे थे तब हम आपका पीछा किये रहे I हम रिक्सा चला रहे थे इसलिए आप हमे देख नहीं पाए होंगे, और भीड़ भी तो बहुत था I अन्ना बाबा हम बिहार के छोटे से गाँव से हैं और आधा जिन्दगी पूरा होने अ गया हमारा दिल्ली की सडको पर रिक्सा चलाते और लोंगो का गाली खाते I आप के भूखे रहने से जब कानून पास हो सकता है तो इस हिसाब से हमारा भी एक मांग है I हमारे जैसा हजारो रिक्सा वाला दिन भर अपना पेट गाली से ही भरता है, कभी कोई किराया देने पे गाली देता है तो कभी जाम लग जाने पर I और कोई कोई बड़े दिल वाला तो थप्पड़ भी जड़ देता है I
अन्नाजी आप जिस जनता के लिए भूखे बैठे हैं यही जनता हमारी इज्जत और मेहनत को रौंदने में दू मिनट नहीं लागाता I अन्नाजी छोटा सा गुजारिस है अबकी बारी जब आप जीत कर रामलीला मैदान छोड़ोगे तो हमारे रिक्सा पर बैठ कर चलना, तिरंगा लहराते हुए I जब जनता इ देखेगी की आप हम रिक्सा वालो का इतना फिकर करते हैं तो सायद हम लोग को दिन में गाली की जगह इज्जत मिलने लगे I और हा अन्ना बाबा इ कदम से आपका आन्दोलन प्रदूसन मुक्त हो जाएगा I
हम को नहीं मालूम हमारा चिट्ठी आप तक कैसे पहुंचेगा लेकिन कोसिस किये हैं सायद आपके कानो तक हमारा गुजारिस पहुँच जाए I
अब आप जब रामलीला मैंदान छोड़ेंगे तो हम आपको सामने वाली सड़क पर दिखेंगे I आज कल सड़क पर तिरंगे झंडे लावारिस पड़े रहते हैं, दिन भर लोग नारा लागाता है टीवी में आने की खातिर और फिर झंडा ऐसे ही छोड़ देता है I हम इ झंडे को सड़क से उठाए हैं और अपना पूरा रिक्सा सजाए हैं आपके खातिर I

अन्ना बाबा हम आपका विजय का कामना करते है
रिक्सा वाला IIII